इस सीरीज को देखने के लिए यहाँ क्लिक करें 👇

      

 Latest Podcast Discussion

Click to this Banner for Listen


 

Language

Monday, September 27, 2021

Heuristic Method and Language Teaching || ह्यूरिस्टिक पद्धति एवं भाषा शिक्षण

ह्यूरिस्टिक पद्धति एवं भाषा शिक्षण- (Heuristic Method and Language Teaching)


ह्यूरिस्टिक पद्धति का प्रयोग विज्ञान शिक्षण हेतु किया गया था किन्तु यह पद्धति जल्दी ही भाषा, व्याकरण, इतिहास, भूगोल एवं गणित शिक्षण हेतु भी लोकप्रिय हो गयी। इस पद्धति में शिक्षक छात्रों के सम्मुख समस्या उत्पन्न होने पर सहायता देते हैं, उन्हें प्रेरित एवं प्रोत्साहित करते हैं शिक्षक केवल मित्र, पथ प्रदर्शक एवं दार्शनिक के रूप में कार्य करता है।

हिन्दी भाषा शिक्षण के लिए यह पद्धति उपयोगी सिद्ध हुई है। छात्र स्वतन्त्र परिवेश में क्रियाशील होकर ज्ञानार्जन करते हैं। चूँकि छात्र स्वयं क्रियाशील रहकर जाग्रत भाव से ज्ञानार्जन करते हैं ऐसा चिरस्थायी होता है। छात्र अध्ययनशीलता के कारण अपने प्राप्त अनुभवों से लिखित भाषा में अपना वर्चस्व स्थापित करते हैं। इस विधि के माध्यम से छात्रों में जिज्ञासा, परीक्षण, निरीक्षण एवं तर्क शक्तियों का विकास होता है। इस विधि के द्वारा आत्मकथा, निबन्ध, जीवनी, कहानी तथा व्याकरण आदि को समुचित ढंग से पढ़ाया जा सकता है। इस विधि में प्रश्नों का स्थान महत्त्वपूर्ण है प्राथमिक कक्षाओं में चित्र दिखाकर प्रेरणापद प्रश्नों के माध्यम से विषय ज्ञान को सुदृढ़ बनाया जा सकता है।

ह्यूरिस्टिक विधि उच्च कक्षाओं के छात्रों के लिए ही उपयोगी है। निम्न कक्षाओं हेतु उतनी उपयोगी सिद्ध नहीं होगी क्योंकि उच्च कक्षाओं के छात्र अनुसन्धानात्मक मनोवृत्ति एवं तार्किक रूप से विकसित होते हैं। छोटी कक्षाओं के छात्र मानसिक एवं तार्किक रूप से अविकसित होते हैं। ह्यूरिस्टिक शैली में वाचन एवं लेखन शैली के विकास की सम्भावना अधिक रहती है। तर्क पूर्ण चिन्तन पर अधिक बल देने के कारण अभिव्यंजना के अवसर कम होते हैं इस कारण मौखिक भाषा मुखरित नहीं हो पाती है। यह एक व्यक्तिगत विधि सामहिक शिक्षण हेतु अनुपयुक्त है। फिर भी उच्च कक्षाओं में भाषा शिक्षण हेतु उपयोगी पद्धति है।

No comments:

Post a Comment

"Attention viewers: Kindly note that any comments made here are subject to community guidelines and moderation. Let's keep the conversation respectful and constructive. Do not add any link in comments. We are also Reviewing all comments for Publishing. Thank you for your cooperation!"

POPULAR TOPIC

LATEST VIDEO